- Dr.Mohan L. Suthar
एक राजस्थान-श्रेष्ठ राजस्थान एवं भव्य भारत को समर्पित-गजेंद्र सिंह शेखावत

अपने फॉलोवर्स में "गज्जू बन्ना " नाम से सुविख्यात शेखावत की एक झलक
तीन अक्टूबर 1967 को सीकर के मेहरोली गांव में जन्मे गजेंद्र सिंह शेखावत के पिता शंकर सिंह शंखावत जलदाय विभाग में वरिष्ठ अधिकारी के पद से सेवानिवृत्त हुए. पिता की सर्विस राजस्थान भर में अनेक स्थानों पर रही, ऐसे में उनकी स्कूली शिक्षा कई स्थानों पर हुई. स्कूली शिक्षा के बाद कॉलेज में कदम रखा तो छात्र राजनीति में सक्रिय रहे.
छात्र राजनीति में रहे सक्रीय मंत्री शेखावत ने जोधपुर के जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय में वर्ष 1992 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के टिकट पर अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ा और भारी मतों से जीत हासिल की. दर्शनशास्त्र में एमए कर चुके शेखावत प्रखरवक्ता हैं. उन्होंन अनेक वाद-विवाद प्रतियोतिगतों में विवि का प्रतिनिधित्व किया.
आरएसएस के हैं खास गजेंद्र सिंह छात्र राजनीति से ही संघ परिवार से जुड़े रहे हैं और उन्हें संघ का खास माना जाता रहा है. सांसद ने छात्र जीवन के बाद समाजसेवा को अपनाया और स्वदेशी जागरण मंच व सीमा जन कल्याण समिति में कार्य किया. वर्ष 2014 के लोकसभा में चुनाव जोधपुर संसदीय सीट से भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा.
कांग्रेस को दी थी करारी मात शेखावत ने कांग्रेस उम्मीदवार चन्द्रेश कुमारी को करारी मात देकर 401051 मतों से करारी शिकस्त दी. इसके बाद मोदी टीम के साथ जुड़कर सक्रियता से काम किया और जोधपुर ही नहीं बल्कि पूरे मारवाड़ और राजस्थान में लोगों का दिल जीता. शेखावत को हाल ही में किसान मोर्चा का राष्ट्रीय महामंत्री बनाया गया.
