- Suresh(Mr.India) & Team Voice of Bharat
"भारत गौरव पार्वती जांगिड़ सुथार" बनी “ग्लोबल गुडविल एम्बेसडर” व “ऑनरेरी फाउंडर्स अवार्ड” क

(ऑनरेरी फाउंडर्स अवार्ड:- प्रति वर्ष यह सम्मान विश्व की प्रतिष्ठित मात्र पांच शख्सियतों को ही नसीब होता है)
जोधपुर:
छोटी सी उम्र का बड़ा कमाल देखिए...ना धूप देखी ना छांव...बस बढ़ते गए है पांव। युवा उम्र का ये जोश निसंदेह करोड़ों भारतीयों के लिए प्रेरणा बनेगा। सयुंक्त राज्य अमेरिका के ग्लोबल गुडविल एम्बेसडर फाउंडेशन की ओर से "ऑनरेरी फाउंडर्स अवार्ड" पार्वती के नाम किया गया। तथा वैश्विक सद्भावना-दूत (ग्लोबल गुडविल एम्बेसडर) के रूप में हुई नियुक्ति। करेगी "वसुधैव कुटुंबकम" व वन वर्ल्ड फॅमिली के लिए काम।

सयुंक्त राज्य अमेरिका के ग्लोबल गुडविल एम्बेसडर फाउंडेशन, के मुख्या रिचर्ड डिपिळ्ळै ने मूल सीमान्त क्षेत्र गागरिया गाँव हाल गायत्रीनगर जोधपुर निवासी स्वर्गीय लूणाराम जी सुथार एवं श्रीमती संजू सुथार की सुपुत्री पार्वती जांगिड़ सुथार के सामाजिक सरोकारों के कार्यों, प्रतिभा और वसुधैव कुटुंबकम की भावना को देखते हुए उन्हें वैश्विक सद्भावना-दूत (ग्लोबल गुडविल एम्बेसडर) नियुक्त किया तथा साथ ही "ऑनरेरी फाउंडर्स अवार्ड" का सम्मान भी पार्वती के नाम किया, यह प्रतिष्ठित सम्मान पूरे विश्व में मात्र पांच प्रतिष्ठित व्यक्तियों को ही दिया जाता है, इस मानद सम्मान सूचि में मारवाड़ गौरव पार्वती का नाम शामिल होना, पूरे देश के लिए गर्व की बात है।
पार्वती को वन प्लेनेट, वन होम, वन कम्युनिटी के लिए काम यानी पूरी धरती एक परिवार है, इसका प्रचार प्रसार हो, यह सन्देश दुनिया में जाए, इस हेतु काम के लिए नॉमिनेट किया गया है। पार्वती ने इस अवसर पर कहा की "वसुधैव कुटुंबकम" की भावना भारतीय संस्कृति की ही देन है, और मुझे खुसी है की आज विश्व इस सिद्धांत की ओर अग्रसर है। मेरी आहुति इसमें लग रही है, यह मेरे लिए सुकून व गर्व की बात है।

अपने बाल विवाह को नाकाम कर समाज के लिए हुई समर्पित:
पढ़ाई के लिये संघर्ष किया, जोधपुर में सिविल सेवा की तैयारी के लिये 2013 में कोचिंग संस्थान गईं ……….. फिर उसी दौरान वहां से गुजरते हुए बस एक घटना की साक्षी बनीं… जब उन्होंने कुछ युवाओं को मानसिक रूप से विक्षिप्त महिला को छेड़छाड़ करते हुए देखा…जहाँ आस पास के लोग उस एक अर्धनग्न महिला को देख रहे थे और हंस रहे थे, फिर पार्वती ने अपनी चुन्नी से उसके तन को ढका और उस घटना को विराम दिया, इससे उन्हें अपने भीतर की पार्वती से मिलने का अवसर मिला और उस घटना से उन्होंने अपने भीतर कुछ बदलाव महसूस किया, और बस कुछ करने की ठान ली… हम हर रोज ऐसी घटनाओं से रूबरू होते हैं पर कितने हैं जो ऐसी घटनाओं से कुछ भीतर तक टूट जाते हैं…. कितने हैं जिनके दिल में दर्द उठता हो ये सब देखकर… बस वहीं भावना पार्वती को खास बनाती है… उस मानसिक विक्षिप्त महिला का दर्द उन्होंने खुद महसूस किया और महिलाओं के लिये तथा इस देष के लिए कुछ करने का जोश आया….
यहीं से उनकी समाज सेवा की यात्रा प्रारंभ हुई…2015 में उन्होंने फिर यूथ पार्लियामेंट संगठन की स्थापना की… बालिकाओं की शिक्षा के लिये बहुत सारे प्रयास किये…इतना ही नहीं समाज के लिये समर्पित सुश्री पार्वती यहीं नहीं रुकीं बल्कि
“भारत श्री” सम्मान की पहल:
देश के लिये शहीद होने वालों के परिवार के सम्मान के लिये और सैनिकों के लिये “भारत श्री” सम्मान की पहल की…. शहीद की वीरांगना के साथ माता-पिता के नाम के आगे “भारत श्री” लगाने की परम्परा प्रारम्भ कर, शहीद परिवारों के सुख दुःख में साथ देना प्रारम्भ किया, देशभक्ति होती तो बहुत लोगों के दिल में पर जो इस भावना को सही में सच करके दिखाए वो नाम है पार्वती का…

सम्मानों की फेहरिस्त में कई नाम:
अपने इसी समर्पण भाव से किये गए कार्यो के लिये उन्हें बहुत सारे सम्मानों से नवाजा गया है… जिनमें तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी, राज्यपाल कल्याण सिंह, व्हाइट हाउस अमेरिका प्रसंशा पत्र, वीमेन प्राइड, बीएसएफ की ओर से सिस्टर ऑफ बीएसएफ सम्मान, भारत गौरव, विश्वकर्मा रत्न सहित कई सम्मान सम्मिलित हैं….
यूथ पार्लियामेंट की फाउंडर के साथ यूएन के गर्ल राइजिंग कैंपेन की एंबेसडर भी हैं पार्वती..इस कैंपेन में बहुत बड़े नाम भी शामिल हैं जैसे अमेरिका की पूर्व और वर्तमान फर्स्ट लेडी और अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा,
उनकी राष्ट्रवादी सोच की प्रशंसा करने में प्रधानमंत्री जी के साथ-साथ यूएन की शांतिदूत मलाला यूसुफजई भी शामिल हैं,…
दिखावे को छोड़कर सच्चे दिल से राष्ट्र के लिये और महिलाओं के लिये समर्पित पार्वती को मलाला उनके अद्भुत विचारों के लिये बधाई भेजी…….
कई सालों से हर साल पार्वती बीएसएफ जवानों को राखी बांधती आ रही हैं… बीएसएफ के लिए कार्य करना भी उनकी जिंदगी का हिस्सा बन चुका है, बीएसएफ के स्वर्ण जयंती समारोह 2017 में सम्मानित होने वाले बीएसएफ के 2 वरिष्ठ अधिकारीयों सहित पार्वती एकमात्र सिविल पर्सन थीं…
स्त्री और पुरुष में भेदभाव की सोच को नकारती हुई पार्वती ने हमेशा स्त्रियों के लिये सम्मान की बात कही…फालतू रिवाजों और बेड़ियों में बंधी महिलाओं को अपने अस्तित्व के बारे में जगाने में हमेशा प्रयासरत हैं पार्वती…
श्रेष्ठ राष्ट्र निर्माण के लिए आगे आएं युवा:
राष्ट्र निर्माण और विकाश के लिए युवाओं की भागीदारी आवश्यक है। वर्त्तमान समय में गलत राह चुनकर भटक रहे युवाओं को सही रास्ते पर लाना मेरा मकसद है, साथ ही भारत विश्व गुरु बने उसके लिए अधिक से अधिक युवा राष्ट्र कार्यों के लिए अपना सब कुछ अर्पण कर, समाज व राष्ट्र कार्य करें।
मुझे ग्लोबल गुडविल एम्बेसडर का सम्मान, यह इसी की ओर कदम है-: पार्वती जांगिड़ सुथार, चेयरपर्सन- युवा संसद, भारत। ग्लोबल गुडविल एम्बेसडर।






