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आईआईटीयन्स ने महंगे पैकेज छोड़ खोला देश का भविष्य संवारने का राष्ट्रम स्कूल जहाँ तैयार होंगे प्रोफेशन
राष्ट्रम-स्कूल ऑफ पब्लिक लीडरशिप राष्ट्र को समर्पित, केंद्रीय जल शक्ति मंत्री श्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने किया वीडियो कॉन्फ्रेसिंग से संबोधित

देश के नेतृत्व को प्रशिक्षित करने के लिए आईआईटीयन्स की अद्भुत पहल है
राष्ट्रम स्कूल ऑफ पब्लिक लीडरशिप
देश की राजधानी दिल्ली में आज कार्तिक शुक्ल एकादशी संवत् २०७६, दिनांक 08-11-2019 की सांध्यवेला में राष्ट्रम स्कूल ऑफ पब्लिक लीडरशिप की घोषणा की गयी| संस्थान के रूप में देश को समर्पित राष्ट्रम स्कूल ऑफ पब्लिक लीडरशिप का उद्देश्य राष्ट्र के वैचारिक, सामाजिक एवं राजनैतिक नेतृत्व का प्रशिक्षण एवं उचित मार्गदर्शन करना है| देश के भावी नेतृत्व को विकसित करने की दिशा में यह महत्वपूर्ण कदम हमारे देश के IIT दिल्ली और IIT बॉम्बे के पूर्व छात्रों के द्वारा लिया गया है|
इस अनूठे सार्वजनिक नेतृत्व संस्थान की घोषणा में केंद्रीय कैबिनेट मंत्री - जल शक्ति श्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने किया वीडियो कॉन्फ्रेसिंग एवं, 41वर्ष आर्मी में देश की सेवा करने वाले, 1962, 1965, 1971, 1999 के युद्ध लड़ने वाले, देश के सुप्रसिद्ध सुरक्षा विशेषज्ञ मेजर जनरल श्री पी के सहगल, छत्तीसगढ़ के ग्रामीण अंचल से पद्म श्री सम्मानित श्रीमती फूलबासन बाई यादव, एवं इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ एडवांस्ड स्टडीज निदेशक प्रोफेसर श्री मकरंद परांजपे सहित सभी माननीयों ने अपने अनुभव व नेतृत्व और भारत पर अपने अपने विचार रखे।
राष्ट्रम के प्रशिक्षण कार्यक्रमों में मुख्यतः ११ महीने का पब्लिक लीडरशिप में डिप्लोमा प्रोग्राम है जो चयनित अभियर्थियों को राजनैतिक, सामाजिक एवं अकादमिक नेतृत्व के लिए उचित प्रशिक्षण देगा|
लोकार्पण समारोह को सम्बोधित करते हुए राष्ट्रम के सह संस्थापक एवं प्रबंध निदेशक श्री शोभित माथुर ने कहा की आज के नेताओं में सार्वजनिक पूर्णता को लेकर असंगति हैं, हमें तीन प्रकार के नेतृत्व में कुशल युवकों की प्रबल आवश्यकता है जो शैक्षणिक, सामाजिक और राजनीतिक नेतृत्व को दक्षता से निभाए। और ऐसे तीनो क्षेत्रों के उत्कृष्ट नेता देश को आगे बढ़ाने में सहायक सिद्ध होंगे।
आईआईटीयनस की इस युवा टीम ने अपने नॉन प्रॉफिट प्रकल्प विजन इंडिया फाउंडेशन के साथ पांच साल से नीति के क्षेत्र में अपनी पहचान बनायी है। अपने पांच वर्षों के संचालन में, VIF ने नीति-निर्माण और शासन में नवीन शिक्षण कार्यक्रमों पर सघन अभ्यास कराया, जिससे भारत और दुनिया भर के 1200 से अधिक छात्र और पेशेवर लाभान्वित हुए। VIF विभिन्न परियोजनाओं के कार्यान्वयन के लिए केंद्र एवं राज्य-स्तरीय सरकारों के साथ परामर्श करता है और इसका एक नीति अनुसंधान प्रभाग है जो भारत की विदेश नीति पर अनुसन्धान साहित्य प्रकाशित करता है।

राष्ट्रम के सह-संस्थापक और निदेशक श्री कुमार शुभम ने इस तरह की संस्था की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा, हमने पांच साल पहले VIF की शुरुआत की थी और भारत का नेतृत्व करने की इच्छा रखने वाले कई युवा बदलाव करने वालों के जीवन में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। हालाँकि, यह पर्याप्त नहीं है। हमें पीढ़ीदर पीढ़ी श्रेष्ठ राष्ट्र के प्रति संकल्पित नेतृत्व कको तैयार करने में एक पूर्णकालिक प्रतिबद्ध संस्थान की आवश्यकता थी और अब यह राष्ट्रम के माध्यम से पूरी की जा रही है, क्योंकि भारत के भावी नेतृत्व को उसके भाग्य पे नहीं छोड़ा जा सकता है।

राष्ट्रम के प्रत्येक अभ्यार्थी में मेटा-स्किल्स को विकसित करने के लिए विशेषज्ञों की एक विस्तृत श्रृंखला से मेंटर-सपोर्ट प्रदान किया जायेगा| अभ्यर्थियों को आत्म निर्भर बनाने एवं उनके ध्येय में सहायता करने के लिए कुशल शिक्षाविदों को ध्यान में रखा गया है। संस्थान में देश के अनुभवी मेंटर्स की एक लम्बी चैन है जो राष्ट्रियनिष्ठ सार्वजनिक नेतृत्व तैयार करने हेतु प्रतिबद्ध है ।
दिसंबर की शुरुवात में राष्ट्रम में होने वाले 'राष्ट्रं एक्सेलरेटर' कोर्स के लिए आवेदन आरम्भ हो जायेंगे और जुलाई 2020 में अपने 50 शिक्षार्थियों के पायलट बैच के साथ संचालन शुरू हो जायेगा। 'राष्ट्रं एक्सेलरेटर' एक आवासीय प्रशिक्षण कोर्स होगा | राष्ट्रम का कैंपस हरियाणा के सोनीपत में नवनिर्मित रिषीहुड विश्वविद्यालय परिसर में संचालित होगा।

कॉंस्टीटूशन क्लब ऑफ़ इंडिया, नई दिल्ली में आयोजित इस भव्य कार्यक्रम का संचालन राष्ट्रं के सह संस्थापक श्री साहिल अग्रवाल ने किया वहीँ समारोह के अंत में समाजसेवी और प्रसिद्ध उद्योगपति श्री अशोक गोयल ने सभी प्रबुद्धजन व अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया।

इस भव्य लोकार्पण समारोह का आगाज़ फेलोशिप डायरेक्टर श्री संजीव सिरनुकर द्वारा
श्री मद्भागवत गीता के श्लोकों के साथ हुआ।

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